रजवाहों में पानी न पहुंचने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने कार्यकारी अभियन्ता को सौंपा ज्ञापन
पलवल
पलवल जिला के अंदर रजवाहो में पानी न में पहुंचने की शिकायत को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा पलवल के एक प्रतिनिधिमंडल ने कार्यकारी अभियंता मोहित वशिष्ठ सिंचाई विभाग से उनके कार्यालय में मुलाकात कर रजवाहो में पानी न पहुंचने की समस्या उठाई जिस कारण किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे इस समस्या से ज्ञापन देकर कार्यकारी अभियंता को और अवगत कराया और मांग की भंगुरी, मानपुर, हथीन, पातली घुघेरा आदि रजवाहो के अंदर आगरा कनाल से पानी आता है परंतु इस सीजन में पानी नहीं पहुंच रहा तथा भंगुरी मानपुर आदि रजवाहों के अंदर करीब 5 वर्ष से पानी नहीं पहुंच रहा। कार्यकारी अभियंता ने किसान प्रतिनिधियों को बताया की इन रजवाहों के अंदर पक्का करने का कार्य चल रहा निर्माण कार्य के कारण कुछ समस्या है। इस क्षेत्र के किसानों ने किसान मोर्चा को शिकायत की है कि हमने मई 2024 में उपायुक्त पलवल से तथाअक्टूबर 2024 में कार्यकारी अभियंता सिंचाई विभाग पलवल से मिलकर अपनी समस्याएं रखी परंतु आज तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। अक्टूबर माह के अंदर प्रतिवर्ष रजवाहो की सफाई की जाती है परंतु आज तक भी सफाई नहीं की गई। किसानों ने यह भी समस्या रखी रजवाहो पक्का करने का काम नहर के शुरूआती छोड़ से किया जाता है परंतु ऐसा ना करके बीच-बीच में निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिस कारण किसी भी गांव में पानी नहीं पहुंच रहा किसान नेताओं ने यह भी बताया की काफी बड़ी क्षेत्र के अंदर खारा पानी है यहां के किसान रजवाहे से सिंचाई के ऊपर निर्भर है इस कारण किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है। कार्य कार्यकारी अभियंता ने किसान प्रतिनिधियों के सामने रखा कि आगरा कैनाल उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन है जिस कारण हमें ज्यादा समस्या होती है परंतु मैं उच्च अधिकारियों और उत्तर प्रदेश के नहर विभाग के अधिकारियों से वार्ता का शीघ्र पानी पहुंचाने की व्यवस्था कराऊंगा प्रतिनिधिमंडल के अंदर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान, धर्मचंद घुघेरा, सोहनपाल चौहान, ताराचंद प्रधान, हुकम सिंह चौहान मौजूद थे। किसान मोर्चा के नेताओं ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा पानी की समस्या को लेकर शीघ्र ही प्रतिनिधि मंडल उपायुक्त पलवल से मिलेगा अगर उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो पलवल क्षेत्र के किसान आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।