जिला में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ मतदान : जिला निर्वाचन अधिकारी डा. हरीश कुमार वशिष्ठ

जिला में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ मतदान : जिला निर्वाचन अधिकारी डा. हरीश कुमार वशिष्ठ
पलवल विधान सभा क्षेत्र में वोटिंग करते मतदान केंद्र पर मतदाता

जिला में हुआ 70 प्रतिशत से भी अधिक मतदान

पलवल
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि जिला पलवल में 5 अक्तूबर दिन शनिवार को मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की दिशा-निर्देशों के अनुसार हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2024 को लेकर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिए समूचित व्यवस्थाएं की गईं थीं। इसके साथ ही सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे।जिला निर्वाचनअधिकारी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि समस्त जिला में 70 प्रतिशत से भी अधिक मतदान हुआ है। खबर लिखे जाने तक पलवल विधानसभा क्षेत्र में लगभग 68.7 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं होडल विधानसभा क्षेत्र में लगभग 68.1 प्रतिशत तथा हथीन विधानसभा क्षेत्र में करीब 73 प्रतिशत मतदान हुआ। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिला में बनाए गए विभिन्न मतदान केंद्रों का जायजा भी लिया। इस दौरान उन्होंने पोलिंग बूथों पर वोट डालने आए लोगों से बातचीत कर मतदान केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। वहीं उन्होंने चुनावी ड्यूटी में लगे अधिकारी और कर्मचारियों को भी पूरी तरह से सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला में शांतिपूर्वक और पारदर्शी तरीके से मतदान संपन्न करवाया गया है। उन्होंने जिला में होने वाली मतगणना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 8 अक्तूबर 2024 को हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना करवाई जाएगी। पलवल विधानसभा और हथीन विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय पलवल में करवाई जाएगी और होडल विधानसभा क्षेत्र की मतगणना राजकीय महाविद्यालय होडल में करवाई जाएगी। सायं 6 बजते ही मतदान परिसरों के मुख्य द्वार किए बंद किए गए।जिला में विभिन्न मतदान केंद्रों पर वोटिंग समाप्ति के निर्धारित समय सायं 6 बजे के बाद भी मतदाता वोट डालने के लिए लाइनों में लगे हुए नजर आए। चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार मतदान परिसरों का मुख्य द्वार सही 6 बजे बंद करने के उपरांत परिसर के अंदर मौजूद मतदाताओं को टोकन नंबर वितरित किए। बूथ पर पक्ति में सबसे अंतिम मतदाता को एक नंबर टोकन दिया गया तथा इसी प्रकार बूथ पर लाइन में लगे प्रथम मतदाता को क्रम अनुसार अंतिम नंबर का टोकन दिया गया, ताकि कोई अन्य मतदाता लाइन में लगकर आयोग की हिदायतों का उल्लंघन कर मतदान न कर पाए।