आगजनी मामले में अडानी के खिलाफ हत्या का मामला हो दर्ज - करण सिंह दलाल
पलवल
हरियाणा के पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा है कि पलवल में अडानी गैस के कारण हुई आगजनी की घटना में एक व्यापारी की मौत के मामले में अडानी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि अडानी द्वारा बिछाई गई पीएनजी पाइप लाइन बेहद खतरनाक है तथा जमीन से मात्र कुछ ही दूरी नीचे हैं। पूरा पलवल शहर बारुद के ढेर पर बसा है। कभी भी शहर में इस अडानी गैस के कारण बड़ा हादसा हो सकता है। करण सिंह दलाल ने कहा कि अडानी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने के साथ ही पाइप लाइन बिछाने की मंजूरी देने वालों के खिलाफ भी मुक़दमा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसपी ने अपने पद का दुरुपयोग अडानी से लेनदेन कर धाराओं को बदल कर अडानी के कर्मचारियों को जैल से छुड़ाने का काम किया है। उन्होने कहा कि पलवल में पाइप लाइन को नियम अनुसार दुरुस्त किया जाए ताकि कोई हादसा नहीं हो। उन्होने कहा कि इस मामले में पीड़ित दुकानदारों को भी मुआवजा दिया जाए।
पलवल में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा कि पलवल में यह बड़ा हादसा है। एक व्यापारी की मौत ने पूरे पलवल शहर को डराकर रख दिया है। यदि इस मामले में जल्द कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो आगे चलकर बड़ा हादसा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार मृतक व्यापारी के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दे तथा परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सिविल लाइन तथा रेलवे रोड पर अडानी गैस के कारण आगजनी की घटना हो चुकी है। सरकार इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। हालात ये हैं कि किसी भी तरह की खुदाई करते समय अडानी गैस की पाइन लाइन कट जाती है। पाइप लाइन बिछाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए था। पाइप लाइन को इस तरह से बिछाना चाहिए था, ताकि किसी भी खुदाई में पाइप लाइन न कटे। अडानी कंपनी ने पैसा कमाने के लिए घटिया काम किया है। उसके चलते आज न केवल पलवल शहर बल्कि जहां भी पीनजी लाइन बिछाई जा रही है, वहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में अडानी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इसके लिए वे जल्द ही बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगें।
श्री दलाल ने कहा कि प्रशासन व पुलिस विभाग पूरी तरह से निरंकुश है। कहीं कोई हादसा हो, असली अपराधियों को पकड़ने की तरफ ध्यान नहीं देता है। सरकार के दबाव में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इलाके के लोगों को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। वे ऐसा नहीं होने देंगे। इस अवसर पर अनूप पाराशर, महावीर तंवर व निखिल भारद्वाज थे।