बघेल समाज पलवल ने देश के महायोद्धा यशवंतराव होलकर का 213वां बलिदान दिवस मनाया

बघेल समाज पलवल ने देश के महायोद्धा यशवंतराव होलकर का 213वां बलिदान दिवस मनाया
बघेल समाज ने देश के महायोद्धा यशवंतराव होलकर का बलिदान दिवस मनाते हुए।

पलवल
भारत देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाने के लिए 1799 से 1811 के बीच क्रांति की शुरुआत करने वाले भीष्म पराक्रमी भारत देश के प्रथम क्रांतिकारी क्रांतिवीर राष्ट्रीय महापुरुष श्रीमंत महाराजाधीराज राजराजेश्वर यशवंत राव होल्कर ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। बघेल युवा संगठन के सरंक्षक देवेंद्र बघेल एडवोकेट ने इस वीर महापुरुष के बारे में बताया कि 28 अक्तूबर सन 1811 को उन्होंने अपना जीवन को देश के लिए बलिदान कुर्बान कर दिया। उनका क्षेत्र भानपुरा मालवा रियासत का खंड आज के इंदौर का क़स्बा आता है। ऐसे अदभुत,अदम्य साहसी वीर का बलिदान दिवस हम सभी को साथ मिलकर अवश्य मनाना चाहिए। और साथ-साथ सभी देश वासियों को ऐसे महायोद्धा का बलिदान दिवस मनाने के लिए अग्रसर करना चाहिए। जब देश पर अंग्रेजों का राज था उस समय उन्होंने देश के समकालीन राजाओं को अंग्रेजों को भगाने के लिए चिट्ठियां लिखी। लेकिन उस समय के राजाओं ने यशवंत राव होल्कर का साथ नहीं दिया। क्योंकि सभी राजा अंग्रेजों से डरते थे। उनका सामना करने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ। तो यशवंतराव होलकर ने स्वयं जिम्मेदारी संभाली‌ और अपनी अकेली होल्कर सेना के दम पर अंग्रेजों को 26 बार युद्ध में हराया और मार भगाया तथा 300 अंग्रेजों के नाक-कान काट दिए उन कटे हुए नाक-कानों को लंदन भिजवा दिया। जिससे अंग्रेज घबरा गए, और सोचा कि यह होल्कर कौन हैं। अंग्रेजों ने यशवन्त राव होल्कर से खुद संधि की और उन्हें स्वतंत्र राजा घोषित किया। यह एक ऐसे राजा नरेश हुए हैं। जिनके यहाँ अंग्रेज खुद स्वयं संधि करने आये थे। काश वो 1776 से 1811 के बीच मात्र 36 वर्ष का जीवन जिये वे 10 वर्ष और जी जाते तो भारत अंग्रेजों का गुलाम नहीं होता। अंग्रेजों ने उन्हें स्वतंत्र शासक माना और कहा हम आपके राज-काज में दखल नहीं देंगे हम आपको सारा इलाका सौंपते है। अंग्रेजों से भारतवर्ष के तमाम रियासतों के राजाओं ने खुद संधी की थी। ऐसा हमें इतिहास बताता है। अगर यशवंतराव होलकर का उस समय के सभी राजा साथ देते तो भारत का इतिहास ही कुछ और ही होता। आज भी अंग्रेज महाराजा यशवन्तराव होल्कर का नाम सुनकर घबराते हैं। हमें देश के ऐसे महान पुरुष एवं सच्चे महायोद्धा पर हमें गर्व होना चाहिए है। इस मौके पर डाक्टर भगत सिंह बघेल डेंटल सर्जन, मुकेश कुमार, सुरेश कुमार, बिजेंद्र सिंह, कृष्ण बघेल, पिंकी बघेल, उषा बघेल, हिमांशु बघेल, मोहनी बघेल, हेमजीत बघेल, दलजीत बघेल आदि लोगों ने मिलकर अपनी तरफ से महाराजा यशवंतराव होल्कर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए इस पावन अवसर पर लड्डू के प्रसाद का वितरण करके उन्हें अपने ह्रदय से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।